10 and 500 Rupee Notes Updates – अगर आप भी उन लोगों में से हैं जो अक्सर पर्स में 10 या 500 के नोट रखते हैं, तो यह खबर आपके लिए है। भारतीय रिजर्व बैंक यानी आरबीआई जल्द ही 10 और 500 रुपये के नए नोट बाजार में लाने वाला है। लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है – पुराने नोट भी चलन में रहेंगे, यानि वे अब भी मान्य होंगे। फर्क सिर्फ इतना है कि नए नोटों पर अब आरबीआई के नए गवर्नर संजय मल्होत्रा के साइन होंगे।
नया गवर्नर, नए साइन
आरबीआई हर बार जब नया गवर्नर बनता है, तो उसके हस्ताक्षर वाले नोट जारी किए जाते हैं। यह एक सामान्य प्रक्रिया है और इसे नकदी की सप्लाई को बनाए रखने और बैंकिंग सिस्टम को स्थिर बनाए रखने के लिए किया जाता है। संजय मल्होत्रा ने दिसंबर 2024 में आरबीआई के 26वें गवर्नर के रूप में पदभार संभाला था। इससे पहले इस पद पर शक्तिकांत दास थे, जिन्होंने करीब छह साल तक यह जिम्मेदारी निभाई।
नए नोट होंगे पुराने जैसे, पर साइन होंगे नए
आरबीआई ने साफ-साफ कहा है कि जो नए नोट 10 और 500 रुपये के आएंगे, वो डिजाइन में पहले जैसे ही होंगे। यानी कलर, साइज, सिक्योरिटी फीचर्स और डिजाइन सब कुछ वही रहेगा जैसा मौजूदा महात्मा गांधी (नई) सीरीज के नोटों में होता है। बस फर्क यह रहेगा कि इन नोटों पर अब संजय मल्होत्रा के हस्ताक्षर होंगे।
पुराने नोट भी चलेंगे
यह सवाल बहुत लोगों के मन में आता है कि जब नए नोट आ जाते हैं तो पुराने नोट बंद हो जाते हैं या नहीं। इस बार भी आरबीआई ने साफ किया है कि पहले से चल रहे 10 और 500 रुपये के नोट पूरी तरह मान्य रहेंगे। आप बिना किसी परेशानी के पुराने नोटों से लेनदेन कर सकते हैं।
पहले भी जारी हुए हैं नए गवर्नर के साइन वाले नोट
ये पहली बार नहीं है जब नए गवर्नर के साइन वाले नोट आ रहे हैं। इससे पहले मार्च 2025 में आरबीआई ने 100 और 200 रुपये के नए नोट जारी किए थे, जिन पर भी संजय मल्होत्रा के साइन थे। ये प्रक्रिया नियमित होती है, ताकि सिस्टम में नए नोटों का प्रवाह बना रहे और किसी तरह की कैश की कमी न हो।
कैश सप्लाई बनी रहे, इसलिए उठाया गया ये कदम
आरबीआई का ये कदम देशभर में नकदी की उपलब्धता बनाए रखने के लिए भी जरूरी होता है। जब भी कोई नया गवर्नर आता है, तो उसके साइन वाले नोटों की छपाई शुरू की जाती है ताकि रिजर्व बैंक के पास अलग-अलग मूल्य वर्ग के पर्याप्त नोट उपलब्ध हों और जरूरत के हिसाब से बैंकों और लोगों तक आसानी से पहुंच सकें।
व्यापार और विदेशी लेनदेन को भी लेकर आई नई गाइडलाइंस
इसी बीच आरबीआई ने विदेशों से आयात-निर्यात करने वाले व्यापारियों के लिए भी नया ड्राफ्ट तैयार किया है। ये ड्राफ्ट ‘फेमा’ यानी विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम के तहत बनाया गया है, जिसका मकसद है व्यापार को और आसान बनाना और सभी नियमों को एक ही जगह पर लाना ताकि लोगों को समझने में आसानी हो।
अब तक का निचोड़
तो अगर आप सोच रहे थे कि पुराने 10 या 500 रुपये के नोट अब बंद हो जाएंगे, तो ऐसा बिल्कुल नहीं है। ये नए नोट सिर्फ एक अपडेटेड वर्जन हैं, जिन पर बस नए गवर्नर के हस्ताक्षर होंगे। बाकी सब कुछ वैसा ही रहेगा जैसा अभी तक था। तो पर्स से पुराने नोट निकालकर न घबराएं – वो भी वैध हैं और चलन में बने रहेंगे।
आखिर में एक जरूरी बात
नोटबंदी के समय जो अफवाहें फैली थीं, उनसे सबक लेते हुए आरबीआई अब हर अपडेट के साथ स्पष्ट जानकारी दे रहा है, ताकि किसी भी तरह की अफवाह या डर न फैले। ये नया अपडेट भी उसी दिशा में एक सकारात्मक कदम है, ताकि आम लोगों का भरोसा बना रहे और देश की अर्थव्यवस्था में स्थिरता बनी रहे।