8th Pay Commission Latest News – अगर आप केंद्रीय सरकार के किसी विभाग में काम करते हैं या पेंशनधारी हैं तो आपके लिए एक बड़ी खबर है जो आपकी जेब को सीधा फायदा पहुंचाने वाली है। जी हां, 8वें वेतन आयोग को लेकर जो लंबे समय से चर्चा चल रही थी, अब उस पर सरकार ने मुहर लगा दी है। जनवरी 2025 में इसकी आधिकारिक मंजूरी मिल चुकी है और अब जल्द ही इसे लागू भी किया जा सकता है। खास बात यह है कि इस आयोग से सबसे ज़्यादा फायदा लेवल 5 से लेकर लेवल 8 तक के कर्मचारियों को होने वाला है।
लेवल 5 के कर्मचारियों की सैलरी में तगड़ी बढ़ोतरी
लेवल 5 के अंतर्गत सीनियर क्लर्क, तकनीकी सहायक, डाटा एंट्री ऑपरेटर जैसे पद आते हैं। अभी इनकी न्यूनतम सैलरी करीब 29200 रुपये है। लेकिन 8वें वेतन आयोग के लागू होने के बाद ये सैलरी सीधे 83512 रुपये तक पहुंच सकती है। यानी करीब तीन गुना तक का इजाफा हो सकता है। इससे इन कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति तो सुधरेगी ही, साथ ही जीवन स्तर में भी बड़ा बदलाव आएगा।
लेवल 6 के कर्मचारियों को मिलेगा बड़ा फायदा
इस लेवल में सब इंस्पेक्टर, ऑडिट ऑफिसर और इंस्पेक्टर जैसे अधिकारी आते हैं। फिलहाल इनकी बेसिक सैलरी 35400 रुपये है। मगर नए वेतन आयोग में इनके लिए सैलरी बढ़कर लगभग 101244 रुपये हो सकती है। इस बढ़ोतरी से न सिर्फ उनकी आय में सुधार होगा बल्कि उन्हें अपने परिवार की जरूरतें भी बेहतर तरीके से पूरी करने का मौका मिलेगा।
लेवल 7 की सैलरी बढ़कर होगी तीन गुना के करीब
लेवल 7 के कर्मचारियों में सहायक इंजीनियर, क्षेत्रीय अधिकारी और सेक्शन हेड जैसे पद आते हैं। अभी इनकी बेसिक सैलरी लगभग 44900 रुपये है। अगर 8वां वेतन आयोग लागू होता है तो इनकी सैलरी सीधा 136136 रुपये तक जा सकती है। मतलब साफ है कि इनके जीवन में आर्थिक मजबूती और प्रोफेशनल आत्मविश्वास दोनों में बड़ा फर्क आने वाला है।
लेवल 8 के कर्मचारियों के लिए भी बड़ी राहत
लेवल 8 में सेक्शन ऑफिसर, असिस्टेंट ऑडिट ऑफिसर, सीनियर इंस्पेक्टर जैसे अधिकारी आते हैं। अभी तक इनकी बेसिक सैलरी लगभग 47600 रुपये थी। लेकिन वेतन आयोग के लागू होते ही यह बढ़कर 136000 से भी ऊपर जा सकती है। हालांकि अंतिम फैसला फिटमेंट फैक्टर पर निर्भर करेगा जो आयोग द्वारा तय किया जाएगा।
फिटमेंट फैक्टर पर भी टिकी हैं उम्मीदें
अब सवाल उठता है कि आखिर यह सैलरी इतनी बढ़ कैसे रही है। दरअसल, इसमें फिटमेंट फैक्टर की भूमिका अहम होती है। 7वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 रखा गया था जिससे सैलरी में औसतन ढाई गुना की बढ़ोतरी हुई थी। अगर 8वें वेतन आयोग में यह फिटमेंट फैक्टर 3.0 से ऊपर तय होता है तो कर्मचारियों की सैलरी में बंपर बढ़ोतरी तय है। अभी इस पर अंतिम निर्णय आना बाकी है।
क्यों जरूरी है 8वां वेतन आयोग
सरकारी कर्मचारियों की सैलरी में समय-समय पर बदलाव जरूरी होता है ताकि महंगाई के असर को संतुलित किया जा सके। सातवां वेतन आयोग 2016 में लागू हुआ था और उसके बाद से महंगाई में काफी बढ़ोतरी हो चुकी है। ऐसे में 8वें वेतन आयोग की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही थी। इससे न केवल कर्मचारी बल्कि पेंशनर्स को भी राहत मिलेगी क्योंकि उनका पेंशन अमाउंट भी नए वेतनमान पर आधारित होता है।
पेंशनर्स को भी मिलेगा फायदा
सिर्फ सैलरी ही नहीं बल्कि पेंशन में भी बड़ा बदलाव होगा। 8वें वेतन आयोग लागू होने के बाद मौजूदा पेंशनर्स की पेंशन भी बढ़ेगी। जिन लोगों ने रिटायरमेंट पहले लिया है, उन्हें रिवाइज पेंशन का लाभ मिलेगा। साथ ही महंगाई भत्ते के आधार पर भी बढ़ा हुआ अमाउंट मिलेगा जिससे बुजुर्गों को आर्थिक मजबूती मिलेगी।
कब से लागू होगा नया वेतन आयोग
हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक तारीख तय नहीं हुई है, लेकिन ज्यादातर रिपोर्ट्स के अनुसार यह 2025 के अंत तक या 2026 की शुरुआत में लागू हो सकता है। कर्मचारियों को इस साल के अंत तक इसकी घोषणा और असर देखने को मिल सकता है।
8वें वेतन आयोग से जुड़ी यह खबर लाखों केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए उम्मीद की किरण लेकर आई है। सैलरी में बढ़ोतरी के साथ-साथ जीवनस्तर में सुधार, आर्थिक मजबूती और कार्य प्रेरणा में वृद्धि जैसे फायदे तय माने जा रहे हैं। लेवल 5 से लेकर लेवल 8 तक के कर्मचारियों के लिए यह आयोग वरदान साबित हो सकता है। अब बस इंतजार है कि सरकार कब इसे पूरी तरह से लागू करती है और कर्मचारी इस फैसले का लाभ कब से उठा पाएंगे।