Indian Railway New Ticket System – अगर आप भी ट्रेन से सफर करते हैं तो आपके लिए ये खबर जरूरी है। भारतीय रेलवे ने पूरे 18 साल बाद अपनी टिकट बुकिंग और किराया प्रणाली में बड़े बदलाव करने का फैसला लिया है। ये बदलाव सिर्फ नाम के लिए नहीं, बल्कि सीधे तौर पर आपकी यात्रा को ज्यादा आसान, सस्ती और पारदर्शी बनाने के लिए किए गए हैं।
तो चलिए जानते हैं कि रेलवे ने कौन-कौन से नए नियम लागू किए हैं, इसका आपके टिकट पर क्या असर पड़ेगा और क्या इससे आपकी जेब पर बोझ बढ़ेगा या राहत मिलेगी।
बदलाव की जरूरत क्यों पड़ी
भारतीय रेलवे दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्क्स में से एक है। रोजाना लाखों लोग ट्रेन से सफर करते हैं, लेकिन इतने बड़े सिस्टम में समय के साथ कई दिक्कतें आने लगी थीं – जैसे कि टिकट बुकिंग में पारदर्शिता की कमी, फालतू की वेटिंग लिस्ट, और सीट अलॉटमेंट को लेकर गड़बड़ी। ऐसे में रेलवे ने फैसला किया कि सिस्टम को पूरी तरह से अपडेट किया जाए ताकि यात्री आसानी से टिकट बुक कर सकें और उनकी यात्रा का अनुभव बेहतर हो सके।
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बड़े बदलावों की झलक
रेलवे ने जो बदलाव किए हैं वो 1 अप्रैल 2025 से लागू हो गए हैं। अब हर यात्री को ये बदलाव सीधे तौर पर महसूस होंगे। आइए एक-एक करके इनके बारे में जान लेते हैं।
अब टिकट बुकिंग पहले जैसी नहीं
पहले आप 120 दिन पहले तक टिकट बुक कर सकते थे, लेकिन अब ये समय घटाकर 60 दिन कर दिया गया है। यानी अब आप दो महीने पहले ही अपनी यात्रा की प्लानिंग कर पाएंगे। इससे फायदा ये होगा कि वेटिंग टिकट्स की संख्या घटेगी और टिकट बुकिंग ज्यादा फेयर तरीके से होगी।
Tatkal टिकट का समय बदला
अब AC क्लास की Tatkal टिकट बुकिंग सुबह 10 बजे से शुरू होगी और Non-AC क्लास के लिए 11 बजे से। इसके साथ ही IRCTC पर पेमेंट करना अब पहले से भी आसान हो गया है क्योंकि UPI और नेट बैंकिंग जैसी तेज़ सेवाओं को तरजीह दी गई है।
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वेटिंग टिकट सिर्फ जनरल डिब्बे के लिए
अब अगर आपके पास वेटिंग टिकट है, तो आप सिर्फ जनरल कोच में ही यात्रा कर पाएंगे। अगर आपने वेटिंग टिकट के साथ AC या स्लीपर कोच में चढ़ने की कोशिश की, तो जुर्माना लगेगा। रेलवे का ये फैसला सीटों के सही इस्तेमाल और फेयर टिकट सिस्टम को ध्यान में रखकर लिया गया है।
किराया अब दूरी और क्लास के हिसाब से
नई टिकट कीमतों को दूरी और ट्रेन क्लास के हिसाब से तय किया गया है। इसका मतलब है कि अब आपको ज्यादा ट्रांसपेरेंट तरीके से टिकट मिलेगा। कुछ उदाहरण देखें:
- स्लीपर क्लास का किराया अब करीब 150 से 300 रुपये के बीच होगा
- AC 3 टियर का किराया 400 से 500 रुपये
- AC 2 टियर के लिए 500 से 600 रुपये
- चेयर कार का किराया 150 से 250 रुपये तक
इसके अलावा, रेलवे ने लोकल पैसेंजर ट्रेनों के किराए को भी कोविड से पहले वाले स्तर पर लाकर करीब 40 से 50 फीसदी तक सस्ता कर दिया है। जैसे:
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- दिल्ली से जयपुर जनरल कोच – 150 रुपये
- मुंबई से पुणे जनरल कोच – 120 रुपये
AI करेगा सीट अलॉटमेंट
अब टिकट बुकिंग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI का इस्तेमाल किया जाएगा ताकि सीटें ज्यादा सही तरीके से बंट सकें। इससे बिना यात्रा किए सीट बुक कराने वाले लोग यानी “नो शो” पैसेंजर की संख्या घटेगी और जिनको सच में टिकट चाहिए, उन्हें सीट मिल सकेगी।
यात्रियों की सुविधा के लिए नई सुविधाएं
रेलवे सिर्फ किराया और टिकट सिस्टम ही नहीं, बल्कि यात्रियों की सुविधाओं पर भी फोकस कर रहा है। अब ट्रेनों में मिलेंगी ये नई चीजें:
- नए डिजाइन के कोच
- हर सीट के पास मोबाइल चार्जिंग पॉइंट
- बेहतर वेंटिलेशन यानी ताजगी भरी हवा
- हर कोच में सीसीटीवी कैमरे
- डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड
- साफ-सुथरे टॉयलेट्स
क्या ये बदलाव आपके लिए फायदेमंद हैं
अगर देखा जाए तो ये सारे बदलाव एक सही दिशा में उठाया गया कदम हैं। टिकट बुकिंग अब ज्यादा ट्रांसपेरेंट होगी, सीट अलॉटमेंट बेहतर होगा और यात्रा पहले से ज्यादा आरामदायक हो जाएगी। हां, शुरू में कुछ लोगों को 60 दिन वाली लिमिट या वेटिंग टिकट के नियम से थोड़ी परेशानी हो सकती है, लेकिन धीरे-धीरे सबके लिए ये सिस्टम ज्यादा फायदेमंद साबित होगा।
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तो कुल मिलाकर अब ट्रेन से सफर करना न सिर्फ सस्ता हो गया है बल्कि आसान और सुरक्षित भी। रेलवे का ये नया टिकट सिस्टम यात्रियों के लिए काफी सुविधाजनक है, और आने वाले समय में इसमें और भी सुधार देखने को मिलेंगे। अगर आप भी ट्रेन से यात्रा करते हैं, तो अगली बार टिकट बुक करते वक्त इन नए नियमों का ध्यान जरूर रखें।