EPFO New Plan – हर नौकरीपेशा इंसान के मन में एक सवाल हमेशा रहता है कि रिटायरमेंट के बाद खर्च कैसे चलेंगे। खासकर प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले लोगों के लिए तो ये चिंता और भी बड़ी होती है, क्योंकि उन्हें सरकारी कर्मचारियों की तरह पेंशन नहीं मिलती। लेकिन अब इसको लेकर एक अच्छी खबर आई है। EPFO यानी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन एक नई योजना लेकर आ रहा है, जिसमें प्राइवेट कर्मचारियों को हर महीने 7500 रुपये की गारंटीड पेंशन मिल सकती है।
EPFO आखिर है क्या और ये योजना क्यों जरूरी है
EPFO भारत सरकार का वो संगठन है जो संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों की भविष्य निधि और पेंशन जैसी योजनाओं को संभालता है। अब तक EPFO सिर्फ रिटायरमेंट के वक्त एकमुश्त रकम देता था, लेकिन अब जो योजना लाई जा रही है उसमें कर्मचारियों को हर महीने पेंशन मिलेगी, जिससे उनका बुढ़ापा सुरक्षित और सम्मान के साथ गुजर सकेगा।
ये योजना EPS यानी Employees Pension Scheme का ही विस्तार मानी जा रही है, जिसमें प्राइवेट सेक्टर के उन कर्मचारियों को शामिल किया जाएगा जो कम वेतन पर काम कर रहे हैं। इसका मकसद यही है कि रिटायरमेंट के बाद भी किसी को आर्थिक तंगी का सामना न करना पड़े।
कौन लोग ले सकते हैं इस योजना का फायदा
इस स्कीम का फायदा वही लोग ले पाएंगे जो इन शर्तों को पूरा करते हों:
- उम्र 18 से 55 साल के बीच हो
- कम से कम 10 साल तक EPFO में योगदान दिया हो
- बेसिक सैलरी 15 हजार रुपये या उससे कम हो
- EPS स्कीम में पहले से नामांकित हों
क्या-क्या फायदे होंगे इस स्कीम के
ये योजना खासतौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो कम सैलरी में गुजारा कर रहे हैं और जिनके पास कोई दूसरी पेंशन स्कीम नहीं है। इसके फायदे इस तरह से समझिए:
- रिटायरमेंट के बाद हर महीने मिलने वाली पेंशन से आर्थिक सुरक्षा मिलेगी
- ये पेंशन जीवन भर के लिए रहेगी
- सरकार की तरफ से इसकी गारंटी मिलेगी, यानी पैसा मिलना तय है
कैसे होगा योगदान
इस स्कीम में कर्मचारी और कंपनी दोनों का योगदान होता है। कर्मचारी की सैलरी का 12 प्रतिशत हिस्सा EPF में जाता है, जबकि नियोक्ता का 12 प्रतिशत हिस्से में से 8.33 प्रतिशत EPS में और बाकी EPF में जाता है। इसके अलावा सरकार भी EPS स्कीम में कुछ योगदान देती है ताकि योजना का बोझ थोड़ा हल्का हो।
जरूरी दस्तावेज क्या हैं
इस स्कीम से जुड़ने के लिए कुछ बेसिक डॉक्यूमेंट्स की जरूरत होगी जैसे:
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- बैंक अकाउंट की जानकारी
- EPFO का UAN नंबर
- जॉब का प्रूफ, जैसे कंपनी का अपॉइंटमेंट लेटर
क्या ये योजना हर किसी के लिए सही है
हर व्यक्ति की जरूरतें और हालात अलग होते हैं। अगर आपकी सैलरी अच्छी है या आपने पहले से किसी निजी पेंशन स्कीम में निवेश किया हुआ है, तो ये स्कीम शायद आपके लिए उतनी जरूरी न हो। लेकिन जिनकी सैलरी कम है और जिनके पास कोई दूसरी स्कीम नहीं है, उनके लिए ये योजना बेहद जरूरी और फायदेमंद हो सकती है।
अभी इस स्कीम की क्या स्थिति है
फिलहाल ये योजना प्रस्तावित है। यानी सरकार इसे लागू करने की तैयारी में है। हो सकता है इसे कुछ राज्यों या सेक्टर्स में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया जाए और बाद में पूरे देश में लागू किया जाए।
क्या आपको अभी से तैयारी शुरू कर देनी चाहिए
बिल्कुल करनी चाहिए। अगर आप प्राइवेट सेक्टर में काम करते हैं और EPFO से जुड़े हुए हैं, तो इस योजना के बारे में जागरूक रहिए। जैसे ही यह लागू होती है, तुरंत नामांकन कराना आपके लिए फायदेमंद होगा। जितना जल्दी आप इससे जुड़ेंगे, उतना ज्यादा फायदा मिलेगा।
भविष्य की तैयारी अभी से जरूरी है। ये योजना खासतौर पर उन लोगों के लिए है जो कम कमाते हैं और रिटायरमेंट के बाद किसी पर बोझ नहीं बनना चाहते। ये एक आर्थिक सहारा है और मानसिक सुकून भी कि बुढ़ापे में कोई चिंता नहीं होगी।