Home Loan : आजकल अपने सपनों का घर लेना आसान नहीं रहा। घर की कीमतें तो आसमान छू रही हैं और ऐसे में ज्यादातर लोग होम लोन लेकर ही घर खरीदते हैं।
लेकिन जब हर महीने मोटी EMI कटती है, तो मन थोड़ा भारी जरूर हो जाता है। अगर आप भी इस झंझट से परेशान हैं तो टेंशन मत लीजिए।
हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ आसान और असरदार तरीके, जिनसे आपकी EMI की रकम घट सकती है, और जेब पर बोझ थोड़ा हल्का हो सकता है।
1. क्रेडिट स्कोर ठीक है तो EMI भी ठीक होगी!
सबसे पहले बात करते हैं क्रेडिट स्कोर की। अगर आपका CIBIL स्कोर अच्छा है (750 या उससे ऊपर), तो बैंक न सिर्फ आसानी से लोन देते हैं बल्कि आपको कम ब्याज दर पर लोन भी मिल सकता है। कम ब्याज मतलब सीधी सी बात – कम EMI। इसलिए हमेशा अपने क्रेडिट कार्ड और लोन की रीपेमेंट समय पर करें ताकि स्कोर बना रहे।
2. डाउन पेमेंट जितना ज्यादा, EMI उतनी कम
जब आप घर खरीदते हैं तो बैंक आपको पूरा पैसा लोन में नहीं देता। आपको कुछ हिस्सा डाउन पेमेंट के तौर पर देना होता है। अगर आप शुरुआत में ज्यादा डाउन पेमेंट कर देते हैं, तो बैंक से कम अमाउंट का लोन लेना पड़ेगा और EMI भी अपने आप घट जाएगी। जितना ज्यादा आप खुद से दें, उतना अच्छा!
3. प्री-पेमेंट करें और ब्याज पर पैसे बचाएं
अगर आपके पास कुछ एक्स्ट्रा पैसे हैं, तो आप अपने लोन का कुछ हिस्सा जल्दी चुका सकते हैं। इसे प्री-पेमेंट कहते हैं। इससे न सिर्फ EMI कम होगी, बल्कि ब्याज की राशि भी घटेगी। ध्यान रखें – कुछ बैंक प्री-पेमेंट पर चार्ज भी लेते हैं, इसलिए पहले बैंक से नियम चेक कर लें।
4. लोन लेने से पहले बैंकों की तुलना जरूर करें
बिना सोचे-समझे लोन ले लेना कभी-कभी भारी पड़ सकता है। हर बैंक की ब्याज दर अलग होती है। इसलिए जरूरी है कि लोन लेने से पहले आप अलग-अलग बैंकों की ब्याज दरों की तुलना करें। अगर आप फ्लोटिंग रेट चुनते हैं और रेपो रेट घटता है, तो आपकी EMI भी घट सकती है।
5. रिफाइनेंस – EMI कम करने का स्मार्ट तरीका
अगर आपको लगता है कि किसी और बैंक से आपको कम ब्याज पर लोन मिल सकता है, तो आप अपने पुराने लोन को रिफाइनेंस करा सकते हैं। यानी कम ब्याज वाले बैंक से नया लोन लेकर पुराने को चुका दीजिए।
इससे EMI में अच्छी खासी कटौती हो सकती है। हां, ध्यान रहे – इसमें कुछ चार्जेस भी लग सकते हैं जैसे प्री-क्लोजर फीस आदि।
होम लोन क्यों जरूरी है?
घर खरीदने के लिए पूरे पैसे इकट्ठा करना आजकल मुश्किल है। ऐसे में होम लोन एक बेहतर विकल्प है क्योंकि आप धीरे-धीरे पैसे चुकाते हैं और आपकी सेविंग्स पर ज्यादा असर नहीं पड़ता। लोन की लंबी अवधि चुनने से EMI भी कम हो सकती है।