Gold Rate : जो सोना पिछले कुछ महीनों से लगातार उछाल पर था, वो अब धीरे-धीरे ठंडा होता दिखाई दे रहा है। हाल ही में सोने की कीमतों में अच्छी-खासी गिरावट दर्ज की गई है।
इंटरनेशनल मार्केट में टैरिफ वॉर और प्रॉफिट बुकिंग की वजह से सोने की चमक थोड़ी मद्धम हुई है। इससे उन लोगों को थोड़ी राहत जरूर मिली है जो लंबे समय से खरीदारी का सही वक्त तलाश रहे थे।
कुछ ऊपर-नीचे तो चलता रहेगा
गोल्ड मार्केट को लेकर एक्सपर्ट्स की राय फिलहाल बंटी हुई है। कुछ का मानना है कि ये गिरावट थोड़े वक्त की है और सोना जल्द ही फिर से ऊंचाई छुएगा, जबकि कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि अभी सोने में और गिरावट देखी जा सकती है।
इस साल तो सोना छा गया था
अब अगर पूरे साल की बात करें, तो सोने ने 2025 में अब तक कई रिकॉर्ड बनाए हैं। साल की शुरुआत से अब तक इसमें करीब 23 प्रतिशत तक की तेजी आई है।
सिर्फ अप्रैल महीने में ही सोना करीब 6 प्रतिशत बढ़ गया था। इतने कम समय में इतने बड़े उछाल ने लोगों को खासा चौंकाया और बाजार में भारी हलचल मचाई।
लेकिन इस हफ्ते गिरा है सोना
अंतरराष्ट्रीय बाजार में अगर नजर डालें तो स्पॉट गोल्ड अभी करीब 3,326.51 डॉलर प्रति औंस के आस-पास ट्रेड कर रहा है।
इस हफ्ते सोने में 3 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली थी, लेकिन गुरुवार को अचानक इसमें 0.5% की गिरावट आ गई। यूएस गोल्ड फ्यूचर्स भी 0.2% फिसलकर 3,339.90 डॉलर पर बंद हुआ।
मुनाफा बुकिंग ने किया ब्रेक
विशेषज्ञों का कहना है कि वीकेंड से पहले निवेशकों ने मुनाफा बुक किया है, और ये एक आम बात है। इसके अलावा जापान के साथ ट्रेड डील को लेकर संभावनाओं ने बाजार को थोड़ी सावधानी बरतने पर मजबूर किया है। इसी का असर सोने की कीमतों पर भी देखने को मिला है।
भारत में क्या है सोने की कीमत?
अगर आप सोच रहे हैं कि भारत में सोना कितना महंगा है, तो यहां कुछ शहरों के ताजा रेट्स (प्रति 10 ग्राम) दिए जा रहे हैं:
शहर | 22 कैरेट | 24 कैरेट |
दिल्ली | 89,350 | 97,450 |
मुंबई | 89,200 | 97,300 |
चेन्नई | 89,200 | 97,300 |
कोलकाता | 89,200 | 97,300 |
जयपुर | 89,350 | 97,450 |
अहमदाबाद | 89,250 | 97,350 |
पटना | 89,250 | 97,350 |
हैदराबाद | 89,200 | 97,300 |
बेंगलुरु | 89,200 | 97,300 |
(नोट: ये रेट्स थोड़े बहुत ऊपर-नीचे हो सकते हैं)
क्या आगे और गिरेगा सोना?
इस गिरावट को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि लंबे समय से लगातार तेजी के बाद कुछ गिरावट तकनीकी तौर पर सामान्य है।
लेकिन जब तक ग्लोबल अनिश्चितता, डॉलर की कमजोरी और सप्लाई चेन के झंझट बने रहेंगे, तब तक सोने का रुख फिर से तेज हो सकता है।
तो अगर आप सोना खरीदने की सोच रहे थे, तो ये मौका बुरा नहीं है। लेकिन निवेश से पहले अपनी रिसर्च जरूर कर लें।