Gold Rate Today – अगर आप भी सोने में निवेश करने का सोच रहे हैं या पहले से ही निवेश कर चुके हैं, तो आपके लिए ये खबर बेहद जरूरी है। इस साल की शुरुआत में सोने ने जबरदस्त रिटर्न दिए और निवेशकों को मालामाल कर दिया, लेकिन अब एक्सपर्ट्स का मानना है कि सोने की रफ्तार थमने वाली है और कीमतें औंधे मुंह गिर सकती हैं।
2025 की पहली तिमाही में सबसे ज्यादा कमाई
इस साल यानी 2025 की पहली तिमाही में सोने ने करीब 18.5 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। अगर पिछले कुछ सालों की तुलना करें तो यह रिटर्न सबसे ज्यादा रहा है। साल 1986 के बाद इतनी जबरदस्त कमाई वाली तिमाही अब जाकर देखने को मिली है। जाहिर है, निवेशकों की चांदी हो गई, लेकिन क्या अब भी यही रफ्तार बरकरार रहेगी?
ट्रंप की पॉलिसी से आई तेजी
दरअसल, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नई टैरिफ पॉलिसी के चलते सोने की कीमतों में तेजी देखने को मिली थी। इस पॉलिसी का असर अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी दिखा, जहां सोना अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया। लेकिन अब यही तेजी एक झटके में थमने वाली है।
एक्सपर्ट्स की चेतावनी – अब गिरेगा सोना
निर्मल बंग फाइनेंशियल सर्विसेस में कमोडिटी और करेंसी रिसर्च के हेड कुशल शाह ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना अब गिरावट की ओर बढ़ रहा है। उनका कहना है कि आने वाले दिनों में सोना दो हजार आठ सौ पचास से दो हजार आठ सौ डॉलर प्रति औंस तक आ सकता है, जबकि अभी इसकी कीमत करीब तीन हजार एक सौ सत्ताइस डॉलर प्रति औंस के आस-पास चल रही है।
इस हिसाब से देखा जाए तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना करीब दस प्रतिशत सस्ता हो सकता है। और जब इंटरनेशनल प्राइस गिरता है, तो उसका सीधा असर भारतीय बाजार पर भी पड़ता है।
भारत में कितना गिरेगा सोना
भारत में इस वक्त सोना करीब नब्बे हजार तीन सौ रुपये प्रति दस ग्राम के भाव पर चल रहा है। अगर इसमें दस प्रतिशत की गिरावट आती है, तो इसका भाव घटकर करीब अस्सी हजार आठ सौ रुपये तक आ सकता है। यानी लगभग नौ हजार चार सौ रुपये तक की गिरावट मुमकिन है। सोने की ये गिरावट निवेशकों को हैरान कर सकती है।
अब क्यों गिरेगा सोना
कुशल शाह का कहना है कि सोने में जो तेजी अब तक देखी गई थी, उसके पीछे कुछ खास वजहें थीं, जैसे कि ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद और केंद्रीय बैंकों की ओर से भारी खरीदारी। लेकिन अब ये वजहें कमजोर होती जा रही हैं। सोना पहले ही उस स्तर को पार कर चुका है जहां वो साल के आखिर में होना चाहिए था।
इसके अलावा अब बाजार में बहुत से लोग सिर्फ दूसरों को देखकर सोने में पैसा लगा रहे हैं। ऐसे में यह निवेश एक तरह का “सहमति ट्रेड” बन गया है, जहां सभी एक ही दिशा में जा रहे हैं। नतीजा यह कि बाजार अब ओवरहिट हो गया है और इसमें गिरावट का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ गया है।
आने वाले दिनों में क्या होगा
शाह का कहना है कि अगले दस से तीस दिनों के अंदर सोने की कीमतों में बड़ी गिरावट देखी जा सकती है। उन्होंने निवेशकों को सलाह दी है कि अब मुनाफा बुक कर लेना चाहिए और अपनी पोजीशन को हेज करना बेहतर रहेगा। उनका ये भी कहना है कि जो निवेशक थोड़े रिस्क लेने को तैयार हैं, वे गोल्ड में शॉर्ट पोजीशन ले सकते हैं।
अब चांदी में लगाइए दांव
गोल्ड से हटकर शाह ने निवेशकों को चांदी की तरफ रुख करने की सलाह दी है। उनका कहना है कि चांदी की सप्लाई में पिछले कुछ सालों से लगातार कमी देखी जा रही है, जिससे इसकी कीमतों में आने वाले महीनों में तेजी आ सकती है। उनका मानना है कि चांदी अगले छह से सात महीनों में दस से पंद्रह प्रतिशत का रिटर्न दे सकती है, जो कि सोने से कहीं बेहतर हो सकता है।
क्या करें निवेशक
अगर आप निवेश करना चाहते हैं या पहले से निवेश किया हुआ है, तो अब समय आ गया है रणनीति बदलने का। गोल्ड में आई तेजी ने जितना मुनाफा देना था, वो दे दिया। अब ज्यादा लालच दिखाने की बजाय मुनाफा बुक करना और दूसरी जगह जैसे चांदी में मौका तलाशना ज्यादा समझदारी भरा फैसला होगा।