LPG Gas Rate – अगर आप एलपीजी गैस सिलेंडर इस्तेमाल करते हैं, तो आपके बजट पर फिर से असर पड़ने वाला है। जी हां, केंद्र सरकार ने एक बार फिर घरेलू गैस सिलेंडर के दाम बढ़ा दिए हैं। अब 14.2 किलो वाले घरेलू सिलेंडर की कीमत में 50 रुपये का इजाफा हुआ है। पहले जो सिलेंडर आपको 803 रुपये में मिल रहा था, अब वो 853 रुपये में मिलेगा।
यानी अब आपको हर महीने खाना पकाने के लिए थोड़ा और खर्च करना पड़ेगा। और सिर्फ सामान्य ग्राहक ही नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत सिलेंडर पाने वाले लोगों को भी अब ज्यादा पैसे देने होंगे। उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को पहले जो सिलेंडर 505 रुपये में मिलता था, अब वो 555 रुपये में मिलेगा।
कीमतें क्यों बढ़ीं?
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इसकी वजह भी बताई है। उनका कहना है कि तेल विपणन कंपनियों (OMCs) को LPG सिलेंडर की सप्लाई में भारी नुकसान हो रहा था। इन कंपनियों को अब तक करीब 43,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। इसी घाटे की भरपाई के लिए सिलेंडर की कीमतों में इजाफा किया गया है।
उन्होंने ये भी साफ किया है कि इस बढ़ोतरी का असर सिर्फ LPG सिलेंडर पर पड़ेगा। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में फिलहाल कोई बड़ा बदलाव नहीं किया गया है।
आपके शहर में अब कितने का मिलेगा सिलेंडर?
हर शहर में LPG सिलेंडर की कीमत थोड़ी बहुत अलग होती है। चलिए जानते हैं, अब कहां कितनी कीमत चुकानी होगी:
- दिल्ली: पहले ₹803, अब ₹853
- मुंबई: पहले ₹802.50, अब ₹852.50
- कोलकाता: पहले ₹829, अब ₹879
- हैदराबाद: पहले ₹855, अब ₹905
- भुवनेश्वर: पहले ₹829, अब ₹879
- नोएडा: पहले ₹800.50, अब ₹850.50
- चंडीगढ़: पहले ₹812.50, अब ₹862
- गुड़गांव: पहले ₹811.50, अब ₹861.50
यानि देशभर में औसतन 50 रुपये की बढ़ोतरी हुई है, लेकिन कुछ शहरों में कीमतें पहले से ही थोड़ी ज्यादा थीं, वहां अब और ज्यादा चुकाना पड़ेगा।
पेट्रोल-डीजल पर क्या असर?
LPG की कीमत बढ़ने के साथ ही ये भी सवाल उठता है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ेंगी या नहीं?
इस पर भी पेट्रोलियम मंत्री ने बात की है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल और डीजल के उत्पाद शुल्क में 2 रुपये की बढ़ोतरी तो की गई है, लेकिन इसका बोझ उपभोक्ताओं पर नहीं डाला जाएगा। यानी पेट्रोल और डीजल की कीमतें फिलहाल जैसी थीं, वैसी ही रहेंगी।
इसके अलावा उन्होंने ये भी बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें काफी कम हो गई हैं। जनवरी में जहां कच्चे तेल का भाव 83 डॉलर प्रति बैरल था, वो अब घटकर 60 डॉलर प्रति बैरल रह गया है। भारत की तेल कंपनियां करीब 45 दिनों तक का स्टॉक रखती हैं, इसलिए कीमतों में गिरावट का असर भारत में थोड़ा देरी से होता है।
इसका मतलब ये है कि आने वाले समय में पेट्रोल और डीजल की कीमतें घटने की संभावना है, लेकिन अभी कुछ साफ नहीं कहा जा सकता।
आम जनता पर सीधा असर
अब बात करते हैं असली मुद्दे की – इस बढ़ोतरी से आम आदमी पर क्या असर पड़ेगा?
LPG सिलेंडर के दाम में 50 रुपये की बढ़ोतरी का मतलब है कि हर महीने का रसोई खर्च थोड़ा और बढ़ेगा। खासतौर पर मध्यम वर्ग और निम्न आय वर्ग के लिए ये चिंता की बात है। जो परिवार पूरा खाना गैस पर बनाते हैं, उनके बजट पर इसका सीधा असर पड़ेगा।
उज्ज्वला योजना के तहत जो सब्सिडी दी जाती है, वो अभी जारी रहेगी, लेकिन फिर भी उन्हें भी अब 50 रुपये ज्यादा देने होंगे। यानी राहत तो है, लेकिन पूरी नहीं।
क्या हो सकता है आगे?
सरकार की तरफ से ये संकेत मिला है कि पेट्रोल-डीजल की कीमतें फिलहाल स्थिर रहेंगी और LPG की यह बढ़ोतरी कंपनियों के घाटे को देखते हुए की गई है। लेकिन अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें ऐसे ही गिरती रहीं, तो भविष्य में राहत की उम्मीद की जा सकती है।
हालांकि, एलपीजी की कीमतों में आगे और कोई बदलाव होगा या नहीं, ये कहना फिलहाल मुश्किल है।
LPG गैस सिलेंडर की कीमतों में हुई इस बढ़ोतरी ने आम लोगों की जेब पर असर डाला है। हर महीने ₹50 ज्यादा देना भले सुनने में छोटा लगे, लेकिन सालभर में यह राशि ₹600 हो जाती है। खासकर उन लोगों के लिए जो पहले ही महंगाई से जूझ रहे हैं, उनके लिए यह बोझ बढ़ाने वाला है।