Gold Price Today – मार्च का महीना खत्म हो रहा है और इस समय सोने की कीमतों में लगातार तेजी देखी जा रही है। कई बड़े शहरों में तो आज शुद्ध सोने की कीमत 90,000 रुपये प्रति दस ग्राम के पार जा चुकी है। इसके साथ ही चांदी की कीमत भी काफी बढ़ गई है और अब एक किलो चांदी की कीमत एक लाख रुपये के पास पहुंच गई है। आइए जानते हैं आज आपके शहर में सोने और चांदी के ताजा रेट क्या हैं।
दिल्ली और मुंबई में सोने के रेट
आज 2024-2025 के फाइनेंशियल ईयर का आखिरी दिन है और साथ ही ईद भी है, लेकिन इस खास मौके पर भी दिल्ली और मुंबई में सोने की कीमतें काफी ऊंची बनी हुई हैं। दिल्ली के सर्राफा बाजार में 22 कैरेट सोने की कीमत आज 83,740 रुपये प्रति दस ग्राम है, जबकि 24 कैरेट सोना 91,340 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बिक रहा है। वहीं, मुंबई में 22 कैरेट सोने की कीमत 83,590 रुपये प्रति दस ग्राम है और 24 कैरेट सोना 91,190 रुपये प्रति दस ग्राम पर कारोबार कर रहा है।
चांदी का ताजा रेट
सोने के अलावा चांदी की कीमतों में भी तेजी देखी जा रही है। आज 31 मार्च 2025 को चांदी का रेट 1,03,900 रुपये प्रति किलो के आसपास है। हालांकि, पिछले हफ्ते की तुलना में चांदी के रेट में थोड़ी नरमी आई है, लेकिन फिर भी चांदी एक लाख रुपये प्रति किलो के ऊपर बनी हुई है, जो दर्शाता है कि बाजार में इसकी डिमांड अभी भी काफी मजबूत है।
अन्य शहरों में सोने के रेट
अगर आप अन्य शहरों में रहते हैं और जानना चाहते हैं कि वहां सोने के दाम क्या हैं, तो यहां कुछ प्रमुख शहरों में सोने के रेट दिए गए हैं:
- दिल्ली: 22 कैरेट सोना – 83,740 रुपये, 24 कैरेट सोना – 91,340 रुपये
- चेन्नई: 22 कैरेट सोना – 83,590 रुपये, 24 कैरेट सोना – 91,190 रुपये
- मुंबई: 22 कैरेट सोना – 83,590 रुपये, 24 कैरेट सोना – 91,190 रुपये
- कोलकाता: 22 कैरेट सोना – 83,590 रुपये, 24 कैरेट सोना – 91,190 रुपये
यह रेट प्रति दस ग्राम के हिसाब से हैं। आप देख सकते हैं कि सभी प्रमुख शहरों में सोने की कीमतें लगभग समान हैं, हालांकि कुछ हद तक भिन्नताएं हो सकती हैं, जो स्थानीय बाजार की स्थिति पर निर्भर करती हैं।
सोने की कीमतें क्यों बढ़ रही हैं?
सोने की बढ़ती कीमतों ने आम आदमी की चिंता बढ़ा दी है। इसका सबसे बड़ा कारण दुनियाभर में आर्थिक और राजनीतिक अस्थिरता है। इन अस्थिर परिस्थितियों के कारण लोग अपने पैसों को सुरक्षित रखने के लिए सोने में निवेश कर रहे हैं। इससे सोने की डिमांड बढ़ी है, जो उसकी कीमतों को ऊंचा कर रही है।
हाल के दिनों में अमेरिका की नई आर्थिक नीतियों, डॉलर की कीमत में उतार-चढ़ाव और महंगाई के बढ़ने के कारण सोने की मांग में भी इजाफा हुआ है। इसके अलावा, कई देशों के केंद्रीय बैंक भी सोना खरीदने में जुटे हैं, ताकि वे अपनी मुद्रा को स्थिर रख सकें। इस कारण से सोने की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और सोना अपने रिकॉर्ड स्तर के करीब पहुंच गया है।
कैसे तय होती हैं सोने की कीमतें?
भारत में सोने की कीमतों का निर्धारण कई कारकों पर निर्भर करता है। सबसे प्रमुख कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार की कीमतें हैं। क्योंकि सोना एक वैश्विक वस्तु है, इसलिए इसका मूल्य अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ने या घटने के असर से प्रभावित होता है। इसके अलावा, सरकार द्वारा लगाए गए टैक्स और रुपये की कीमत में उतार-चढ़ाव भी सोने की कीमतों को प्रभावित करते हैं। जब रुपये की कीमत गिरती है, तो सोने की कीमत बढ़ जाती है, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत डॉलर में होती है।
सोना केवल एक निवेश का साधन नहीं है, बल्कि भारतीय परंपरा का अहम हिस्सा भी है। खासतौर पर त्योहारों और शादियों के समय सोने की डिमांड काफी बढ़ जाती है। यही कारण है कि पूरे सालभर सोने की मांग बनी रहती है, जिससे उसकी कीमतों में उतार-चढ़ाव होता रहता है।
सोने की कीमतों में इस समय लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है, जो आम आदमी के लिए चिंता का कारण बन सकता है। इसके अलावा चांदी की कीमत भी एक लाख रुपये के करीब पहुंच चुकी है, जो पहले से कहीं ज्यादा है। हालांकि सोने की बढ़ती कीमतों के पीछे कई कारण हैं, जैसे अंतरराष्ट्रीय घटनाएं, महंगाई और सोने के निवेश के तौर पर बढ़ती डिमांड।
यदि आप भी सोने या चांदी में निवेश करने का सोच रहे हैं, तो ध्यान रखें कि कीमतों में और उतार-चढ़ाव हो सकता है। बेहतर होगा कि आप सोने की खरीदारी करने से पहले बाजार के ट्रेंड और आर्थिक परिस्थितियों पर ध्यान दें।